Ratlam: सुनने और देखने में थोड़ा अजीब है, नगर परिषद धामनोद में नागरिक अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर अधिकारियों के पास ज्ञापन लेकर पहुंचे तो संबंधित अधिकारी नागरिकों की बात को गंभीरता से नहीं लेते हुए खुद ही बोलते रहे तो जनता और जनप्रतिनिधियों ने आक्रोश में अधिकारी को ज्ञापन सौंपने की जगह कुत्ते को प्रतिकात्मक रूप से ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया गया। यह अजीब मामला रतलाम जिले के धामनोद नगर परिषद परिसर में देखने में आया है।

यह है मामला मंगलवार को नागरिकों द्वारा धामनोद नगर परिषद कार्यालय पर एकत्रित होकर प्रधानमंत्री आवास योजना क्रियान्वयन, मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता में रखने, एवं निकाय के उपयंत्री पर कार्रवाई समेत 13 सुत्रीय मांगों को लेकर नगर परिषद सीएमओ को ज्ञापन देने पहुंचे थे।
जनसमस्याओं को लेकर नगर परिषद के पार्षद और नागरिक मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय पहुंचे यहां नगर परिषद सीएमओ पुजा गोयल को ज्ञापन सौंपा जाना था लेकिन नगर परिषद सीएमओ के व्यवहार से नागरिक और पार्षद आक्रोशित हो गये और आक्रोश में आकर नगर परिषद परिसर में एक कुत्ते को पुष्प माला पहनाकर प्रतिकात्मक रूप से अपनी समस्याएं बताकर ज्ञापन सौंपा गया। नागरिकों और जनप्रतिनिधियों में नगर परिषद सीएमओ और उपयंत्री अभीषेक श्रीवास्तव के खिलाफ भारी आक्रोश था, नगर परिषद सीएमओ और उपयंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई।
यह थी नागरिकों की 13 सुत्रीय मांगें-
(1) पीएम आवास योजना 2.0 ( बीएलसी घटक )अंतर्गत बड़ी संख्या में लोगों ने आवेदन किए गए हैं। लेकिन केवल 07 आवेदन ही स्वीकृत किए गए हैं। लोगों ने योजना का लाभ लेने हेतु पैतृक संपत्ति की रजिस्ट्री खर्च और अन्य खर्च सहित हजारों रुपए की राशि खर्च की है। योजना क्रियान्वयन व्यापक रूप से किया जावें।
(2) अगर दादा- पिता के नाम पर पूर्व से पक्का मकान है तो उनके बच्चों का मालिकाना हक नहीं माना जाता है इस लिए पति-पत्नी और इनके बच्चों को पूर्ण परिवार माना जावें और उनको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जावें।
(3) नगर में कायाकल्प अभियान अंतर्गत सीसी रोड़ निर्माण, मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास तृतीय चरण अंतर्गत किये गये निर्माण कार्य, राज्य आपदा प्रबंधन निधि से स्वीकृत राशि से किये जा रहे निर्माण कार्य, आदि निर्माण कार्यों में जमकर अनियमितताएं की गई एवं की जा रही है। शिकायतों के बावजूद निकाय के उपयंत्री और संबंधितों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है ।
(4) नगर के वार्ड नं 12 में सड़क बत्ती, नालियों का अभाव है। साथ ही दीनदयाल नगर पहुंच मार्ग पर पुलिया के दोनों तरफ़ रास्ता कच्चा होने से दुर्घटनाएं हो रही है जहां सीसी रोड़ का निर्माण किया जावें।
(5) वार्ड नं 10 , 11 एवं 12 में नालियां टूट गई है, गंदगी फेल रही है, पारपुरा क्षेत्र में वर्तमान समय में नल से पानी चंद मिनटों के लिए दिया जा रहा है व्यवस्था सुधारीं जावें। वार्ड 11 में सीसी रोड़ का एप्रोच पक्का बनाया जावे।
(6) सरकार द्वारा धारणाधिकार के तहत नगर में दिये गये आवासीय भूखण्ड पट्टे निकाय के संपत्ति कर रिकार्ड में हितग्राहियों के नाम से दर्ज किया जावें।
ताकि उनको प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य लाभ मिल सकें।
(7) जन्म , विवाह एवं मृत्यु पंजीयन के लिए संबंधित नागरिकों को दरोगा समय पर सुचना करें, ताकि समयावधि में पंजीयन नगर परिषद में किया जावें। जानकारी के अभाव में कई संबंधित लोग पंजीयन नहीं करवाते हैं जिससे बाद में आवश्यकता होने पर उनको महिनों तक भटकना पड़ता है।
(8) वार्ड नं 15 भल्याबीड़ पहुंच मार्ग पर पुलिया का निर्माण एवं सड़क निर्माण किया जावें।
(9) पंचेड़ रोड़ स्थित फूड्स फेक्ट्री प्रबंधन द्वारा बदबूदार गंदा पानी नाले और खुले में छोड़ा जा रहा है जिससे वातावरण दूषित हो रहा है। वहीं उक्त फैक्ट्री से निकलने वाले भारी मात्रा में कचरा, गंदगी निकाय के ट्रेचिंग ग्राउंड पर फैंका जा रहा है, जिसपर कार्रवाई की जावें।
(10) नगर में कई प्रमुख जगहों पर दबंगों और रसूखदार लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है जिनपर कार्रवाई नहीं कर आमलोगों को अतिक्रमण के नाम पर परेशान किया जा रहा है। बगैर भेद-भाव के कार्रवाई की जावें।
(11) नगर में आवारा एवं खूंखार कुत्तों की संख्या काफी अधिक हो गई है। जो नागरिकों पर आक्रमक हो रहे एवं वाहन सवारों पर पर हमला करने के लिए दौड़ रहे हैं। जिसपर कार्रवाई की जावें
(12) निकाय में संपत्ति नामांतरण के लिए आवेदन करने के बाद संबंधित नागरिक महिनों तक नगर परिषद कार्यालय के चक्कर लगाते हैं। नामांतरण आवेदन पर 45 दिवस में कार्रवाई की जावें।
(13) निकाय के उपयंत्री अभीषेक श्रीवास्तव द्वारा अपने कर्तव्यों में भयंकर लापरवाही बरती जा रही है। इनके विरुद्ध कई शिकायते समय-समय पर हुई है। निर्माण कार्यों सहित अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार में इनकी संलिप्तता है। इनके विरुद्ध कानूनी एवं निलंबन की कार्रवाई हेतु रिपोर्ट तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जावें। लेकिन सीएमओ द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर इनके विरुद्ध भी जनप्रतिनिधियों और नागरिकों द्वारा उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाने की बात की गई है।
यह थे उपस्थित- पार्षद सीमा सुरेश कटारा, मुकेश चौधरी, मोहनलाल अमलीयार, पुष्पा राकेश मकवाना सहित नागरिकों में जितेंद्र मुनिया, मनोहर मालीवाड़, समरथ खराड़ी, लखन मुनिया, पंकज कटारा, कालुसिंह तंवर, रणजीत पाटीदार, सत्यनारायण खराड़ी, लक्की मुनिया, राकेश मकवाना, सुरेश कटारा, विक्रय निनामा, दिलिप निनामा, सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित थे।
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