मध्य प्रदेश के 20 जिलों में जनजीवन प्रभावित, रेड अलर्ट जारी

  
Last Updated:  अगस्त 22, 2020 " 09:20 अपराह्न"

भोपाल: बंगाल की खाड़ी और राजस्थान की तरफ से आए बादलों ने मध्य प्रदेश को चारों तरफ से घेर लिया है। 18 अगस्त से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। मध्य प्रदेश के 20 जिलों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसका तात्पर्य है सावधान रहें, अपनी संपत्ति से ज्यादा जीवन की रक्षा पर ध्यान दें। यदि नदी नालों के किनारे हैं तो सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। निचली बस्तियां खाली करवा दी जाए। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मूसलाधार बारिश का यह दौर कम से कम 25 अगस्त तक चलेगा।

मध्य प्रदेश के किन जिलों में रेड अलर्ट 

खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ रतलाम जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बीच इन जिलों में 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती है। बिजली गिरने और चमकने की भी आशंका है। 

मध्य प्रदेश के किन जिलों में ऑरेंज अलर्ट 

मौसम विभाग ने बुरहानपुर, बड़वानी, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, नीमच एवं मंदसौर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां अतिभारी बारिश के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने और चमकने की भी संभावना है।

मध्य प्रदेश के किन जिलों में यलो अलर्ट 

बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा, राजगढ़, सीहोर, भोपाल, रायसेन और विदिशा जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने और चमकने की आशंका है। 

22 अगस्त सुबह तक मध्य प्रदेश में कहां कितनी बारिश

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक भोपाल 215.4, इंदौर 263.2, होशंगाबाद 182.2, उज्जैन 115.0, रायसेन 147.4, शाजापुर 103.0, खंडवा 93.0, धार 104.0, गुना 32.8, खजुराहो 37.0, सतना 11.8, दमोह 29.0, रतलाम 49.0, बैतूल 48.6, सागर 53.4, खरगौन 27.0, मंडला 26.0, नरसिंहपुर 39.0, छिंदवाड़ा 27.0, सिवनी में 15.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश का क्रम अभी जारी है।

मध्य प्रदेश के कई नदी-नाले उफान पर

मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में 24 घंटे में 215.4 मिली मीटर बारिश हुई है। जबकि, इंदौर में अब तक करीब 32 इंच पानी गिर चुका है। भोपाल और इंदौर के अलावा भी बारिश के चलते मध्य प्रदेश की अधिकांश नदियां उफान पर हैं। जिसके चलते तवा, बरगी, बाणसागर, बारना समेत भोपाल के बाणसागर बांध के गेट खोल दिए गए। बारिश के बाद सीएम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर समीक्षा की। कलेक्टरों को छोटे-बांधों की देखभाल के लिए कहा गया है। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण कंट्रोल रूम भी अलर्ट मोड में है।

जबलपुर में बरगी बांध के गेट खुलने से सीहोर में बाढ़ के हालात

प्रदेश के अन्य शहरों में भी झमाझम बारिश हुई। जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुलने के कारण सीहोर में नर्मदा का जलस्तर बढ़कर 956.62 फीट हो गया है। हालांकि, अभी यह खतरे के निशान से 8 फीट नीचे है। प्रशासन ने तटीय 14 गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया है। पिछले 24 घंटे में रेहटी में 110 और सीहोर में 75 सेमी बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि शनिवार काे भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर संभागों में भारी बारिश के आसार हैं।

होशंगाबाद: नर्मदा का जलस्तर 8 फीट बढ़ा

होशंगाबाद में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई। 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर सेठानीघाट पर 8 फीट बढ़कर 955 फीट पहुंच गया। यह खतरे के निशान 967 फीट से 12 फीट नीचे है। तवा बांध का जलस्तर 1158 फीट हो गया। 1160 फीट पर जलस्तर आने पर बांध के गेट खोले जा सकते हैं। तवा नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।

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