उद्यानिकी विभाग के प्रोत्साहन एवं शासन की अनुदान सहायता से ग्राम डेलनपुर के गगन सफलतापूर्वक कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती

  
Last Updated:  नवम्बर 14, 2024 " 06:28 अपराह्न"

कलेक्टर श्री बाथम ने किया निरीक्षण

Ratlam: रतलाम जिले में स्वादिष्ट एवं सेहत के लिए मुफीद ड्रैगन फ्रूट की खेती का रकबा बढ़ता जा रहा है। इसमें शासन द्वारा राज्य उद्यानिकी मिशन के तहत दी जाने वाली अनुदान सहायता एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के प्रोत्साहन का बड़ा रोल है। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम डेलनपुर के युवा किसान गगन पाटीदार भी विगत 3 वर्षों से सफलतापूर्वक ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं, गगन को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रोत्साहित किया गया, राज्य उद्यानिकी मिशन से अनुदान लाभ भी दिया गया है।बुधवार को कलेक्टर राजेश बाथम तथा सीइओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव ने भी गगन द्वारा की जा रही ड्रैगन फ्रूट की खेती का निरीक्षण किया। जिला उद्यानिकी अधिकारी त्रिलोकचंद वास्कले भी मौजूद थे।

गगन पाटीदार

गगन बताते हैं कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में अच्छा मुनाफा मिलता है, लगभग दो लाख रुपए प्रति बीघा लाभ मिल जाता है। गगन हैदराबाद से पौधों की कलम लाए थे, अभी वे 6 बीघा में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। प्रथम वर्ष में एक बीघा की खेती की थी इससे मिले मुनाफे से उत्साहित होकर उन्होंने पांच और पांच बीघा में ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए। इसके साथ ही बीच की बची हुई जमीन पर वह लहसुन और डालर चने की इंटरक्रॉपिंग भी कर रहे हैं। उद्यानिकी अधिकारियों के प्रोत्साहन के साथ ही गगन को राज्य उद्यानिकी मिशन की योजना से 1लाख10 हजार रुपए का अनुदान मिला है जिससे ड्रैगन फ्रूट की खेती करने में सहूलियत मिली। अनुदान सहायता के लिए गगन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हैं।

उन्होंने बताया कि जून जुलाई से लेकर नवंबर तक प्रत्येक वर्ष में लगभग 6 हार्वेस्टिंग ड्रैगन फ्रूट में होती है। ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए उन्होंने खेतों में सीमेंट के पोल लगाए हैं। प्रत्येक पल पर चार पौधे होते हैं, प्रथम वर्ष में प्रत्येक पल से 5 से 6 किलोग्राम फल प्राप्त होते हैं। द्वितीय वर्ष में 10 से 12 किलोग्राम तथा तृतीय वर्ष में 20 किलोग्राम से भी अधिक मात्रा में ड्रैगन फ्रूट प्राप्त होता है, उनके फल मुंबई, दिल्ली, कोटा, जयपुर, उदयपुर आदि स्थानों पर जाते हैं जहां के व्यापारी स्वयं वाहन भेज कर फ्रूट मंगा लेते हैं।

गगन ने बड़ी मेहनत से दूर-दूर पहुंचकर ड्रैगन फ्रूट की खेती की तकनीक सीखी है परंतु वे स्थानीय किसानों तथा अन्य व्यक्तियों को भी नि:शुल्क ड्रैगन फ्रूट की खेती करना सिखाते हैं। उनका मोबाइल नंबर9826842999 हैं।

 133 total views

Facebook Comments

Related Posts

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *