मध्यप्रदेश कोरोना बुलेटिन दिनांक 13 अप्रैल 2021 (शाम 6:00 बजे तक)
Last Updated: अप्रैल 13, 2021 " 09:25 अपराह्न"
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण खतरनाक होता जा रहा है। मध्यप्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमित नागरिकों की संख्या 1000 से ज्यादा हो गई है। यदि पॉजिटिविटी रेट कम नहीं हुआ तो इन सभी 6 जिलों में लॉकडाउन आगे भी बढ़ाया जा सकता है। 16 जिले ऐसे हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 1000 से कम लेकिन 500 से ज्यादा है। यदि तत्काल संक्रमण को बढ़ने से नहीं रोका तो इन सभी जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
मध्यप्रदेश कोरोना बुलेटिन दिनांक 13 अप्रैल 2021 (शाम 6:00 बजे तक)
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 13 अप्रैल 2021 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 46526 सैंपल की जांच की गई।480 सैंपल रिजेक्ट हो गए।37528 सैंपल नेगेटिव पाए गए।8998 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 19.3% आज का पॉजिटिविटी रेट।40 मरीजों की मौत हो गई।4070 मरीज डिस्चार्ज किए गए।मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 300632मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 4261मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 305832आज दिनांक 13 अप्रैल 2021 को संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 43540
भोपाल में 1456 तो इंदौर में 1552 पॉजिटिव मिले हैं।ऐसा लग रहा है जैसे भोपाल और इंदौर कलेक्टरों के बीच कोई प्रतियोगिता चल रही है। इंदौर में पॉजिटिव की संख्या जब तक ज्यादा नहीं हो जाती तब तक कलेक्ट किए गए सैंपल की जांच होती रहती है।पिछले साल की तरह इस साल भी जबलपुर और ग्वालियर के आंकड़े बिल्कुल वैसे ही अनुपात में है।उज्जैन 317, रतलाम 130, सागर 188, बेतूल 173, रीवा 166, धार 102, विदिशा 156, नरसिंहपुर 141, बड़वानी 237, होशंगाबाद 110, सतना 115, बालाघाट 116, कटनी 155, झाबुआ 173, मंदसौर 116, राजगढ़ 149, रायसेन 124, शाजापुर 193, सिवनी 125, टीकमगढ़ 112, अशोकनगर 110 और डिंडोरी 118 जिलों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।मध्य प्रदेश में 6 जिले ऐसे हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 1000 से ज्यादा हो गई है। यानी इन 6 जिलों में आम नागरिकों का घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है और अनुमान लगाया जा सकता है कि संक्रमण की रोकथाम के लिए यह लंबे समय तक कर्फ्यू लगा रहेगा।मध्य प्रदेश में 16 जिले ऐसे हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 1000 से कम लेकिन 500 से ज्यादा हो गई है। यानी इन जिलों में भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाना बेहद खतरनाक हो गया है। यदि प्रशासन ने जिले में भीड़ एकत्रित होने से नहीं रोका तो यहां भी ब्लास्ट हो जाएगा।